छात्राओं में वैज्ञानिक सोच एवं जोश को पैदा करती विभिन्न गतिविधियां एवं प्रतियोगिताएं आयोजित
जालंधर : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के साइंस विभाग के द्वारा के.एम.वी.- आई.आई.सी. के सहयोग से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया. इंडीजीनस टेक्नोलॉजीस फॉर विकसित भारत विषय के साथ मनाए गए इस दिवस का उद्देश्य सभी को विज्ञान के मूल्य एवं समाज में इसके योगदान से अवगत करवाना था.
ज्योति प्रज्वलन के साथ शुरू हुए इस प्रोग्राम में डॉ. रोहित मेहरा, डॉ. बी.आर. अंबेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, जालंधर, इंजीनियर विशाल शर्मा, चीफ मैंटर, इन्नोवेशन हब, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी, कपूरथला एवं विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी द्वारा विशेष रूप से शिरकत की गई.
अपने संबोधन के दौरान प्राचार्या जी ने आए हुए अतिथियों का स्वागत कर मानवीय जीवन में विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला. दैनिक जीवन में विज्ञान की अहमियत के बारे में बात करते हुए उन्होंने विज्ञान को विश्व में आने वाले शानदार बदलावों का आधार बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कन्या महा
विद्यालय विज्ञान शिक्षा में एक अग्रणी संस्थान है जो इस क्षेत्र एवं पंजाब का पहला एवं एकमात्र कॉलेज है
जिसे अन्वेषिका केंद्र प्रदान किया गया है. इसके अलावा इस अवसर पर डॉ. मेहरा ने विद्यार्थियों के साथ विज्ञान की विभिन्न अवधारणाओं पर आधारित विभिन्न एक्सपेरिमेंटस बेहद प्रभावशाली ढंग के साथ प्रस्तुत किए. इंजीनियर विशाल शर्मा ने इस अवसर पर संबोधित होते हुए विज्ञान के महत्व को दर्शाने के साथ-साथ अन्य सर्किट डिज़ाइन अप्रोचिस पर आधारित डेमोंसट्रेशन दी. उल्लेखनीय है
कि इस प्रोग्राम के दौरान विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने भी अपनी सहभागिता की. साइंस विभाग के द्वारा इस आयोजन के अंतर्गत रंगोली, पोस्टर मेकिंग आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों का आयोजन करवाया गया जिसमें प्रतिभागियों ने बेहद जोश एवं उत्साह के साथ हिस्सा लिया. इसके
अलावा विभिन्न साइंस विभागों की ओर से इनोवेशन स्टॉल्स भी सजाई गई जहां विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रयोग के साथ विज्ञान का प्रचार एवं प्रसार किया.
फिज़िक्स विभाग के द्वारा इनोवेशन स्टॉल के अंतर्गत इन्नोवेटिव डेमोंसट्रेशन के साथ छात्राओं ने स्टैग्नेंट वॉटर एजेक्टर्स, ब्लूटूथ कार, कालेडोस्कोपस, पेरिस्कोपस, रिजोनेटर्स, समतल दर्पण की व्यवस्था आदि को बाखूबी प्रस्तुत किया. गणित विभाग के द्वारा विकसित भारत 2047 विषय के अंतर्गत सजाई गई स्लॉट में डाटा एनालिसिस, डिसीजन मेकिंग, कौशल विकास, सेहत देखभाल, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, आर्थिक योजनाओं, पर्यावरणीय स्थिरता आदि में गणित के महत्व को दर्शाया.
इसके अलावा सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन वैदिक मैथमेटिक्स के अंतर्गत शिक्षा ग्रहण कर रही छात्राओं के द्वारा वैदिक गणित सूत्रों के उपयोग पर एक एप्लीकेशन तैयार की गई जिसका उपयोग गैर- गणितीय विद्यार्थी गणित की मूल अवधारणों को समझने के लिए आसानी से कर सकते हैं. जूलॉजी विभाग के द्वारा रक्त की किस्मों, ब्लड प्रेशर एवं बी.एम.आई./ बी.एम.आर. चेकअप कैंप लगाया गया.
केमिस्ट्री विभाग के द्वारा एलिफेंट टूथपेस्ट, सीक्रेट संदेशों, केमिकल वोल्कानो, पावर ऑफ इंडिकेटरस, विभिन्न खाद मिलावटों पर आधारित प्रयोग प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किए गए. प्रोग्राम के अंत में विजेताओं को सम्मानित करने के साथ-साथ सर्टिफिकेट्स भी प्रदान किए गए. प्राचार्या जी ने इस सफल आयोजन के लिए समूह साइंस विभाग के द्वारा किए गए प्रयत्नों की प्रशंसा की.