डॉ मित्तल को अब सांसद बनने के पहले ही कार्यकाल में यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई।
डॉ अशोक कुमार मित्तल पंजाब में भारत के सबसे बड़े सिंगल कैंपस यूनिवर्सिटी-लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के चांसलर भी हैं
जालंधर : सांसद (राज्य सभा) डॉ अशोक कुमार मित्तल को विदेश मंत्रालय के लिए राज्यसभा की संसदीय स्थायी समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है| ऐसी बड़ी जिम्मेवारी डॉ मित्तल को सांसद बनने के पहले कार्यकाल में ही सौंपी गयी है। यह विदेश मामलों की संसदीय समिति शीर्ष 5 महत्वपूर्ण समितियों में से एक है।
राज्यसभा से समिति के अन्य सदस्यों में श्री कपिल सिब्बल, श्री प्रकाश जावड़ेकर, श्रीमती जया बच्चन, श्री रंजन गोगोई (भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश) और अन्य शीर्ष सांसद शामिल हैं। समिति के अध्यक्ष श्री पी पी चौधरी हैं। ‘लोकसभा’ से समिति के अन्य सदस्यों में श्री कल्याण बनर्जी, श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, श्रीमती परनीत कौर, श्रीमती नवनीत रवि राणा, श्रीमती पूनम प्रमोद महाजन और अन्य शीर्ष विधायक शामिल हैं।
देश द्वारा उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी पर प्रसन्नता महसूस करते हुए, डॉ मित्तल साझा करते हैं: “मैं स्वीकार करता हूं कि समिति सदस्य होने के नाते समिति के अन्य सदस्यों के साथ ईमानदारी से काम करना और देश के लिए काम के बारे में आम सहमति तक पहुंचने के लिए है। मैं मुझसे उम्मीद की गई देश की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का वादा करता हूं।
संसदीय समिति को लघु विधायिका के रूप में भी जाना जाता है। समितियों में विधेयकों, बजट और नीतिगत मामलों पर चर्चा का एक बड़ा हिस्सा होता है। इसके बाद समिति की सिफारिश सदन को भेजी जाती है। इसीलिए समितियों को लघु विधायिका कहा जाता है, जहाँ समिति के सदस्य सामूहिक समूह के रूप में निर्णय लेते हैं।