इसके लिए मारुति सुजुकी और एसएएनआईएस के साथ आपसी सहयोग किया गया था
इनोवेशन को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य उभरते इंजीनियरों के बीच पर्यावरण अनुकूल गतिशीलता समाधानों के प्रति जागरूकता पैदा करना रहा
एलपीयू के विद्यार्थियों को उनके वाहन ‘इलुमिनाती रेसर्स’-23072 को उन्नत हाइब्रिड श्रेणी में ‘सर्वश्रेष्ठ वाहन सौंदर्य’ के लिए सम्मानित किया गया
टीम “वायु हॉक्स” की सुप्रिया एस को ‘सर्वश्रेष्ठ महिला प्रतिभागी’ घोषित किया गया
जालंधर: लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के स्टूडेंट वेलफेयर और स्कूल ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिवीजनस ने भारत की मारुति सुजुकी लिमिटेड और SAENIS के सहयोग से एफी-साइकिल 2024 प्रतियोगिता के 14वें संस्करण का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के बलदेव राज मित्तल यूनिपोलिस में आयोजित इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव क्षेत्र में नवीनतम पर्यावरण-अनुकूल टेक्नोलॉजी और डिजाइन का प्रदर्शन किया गया।
इसके लिए देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों की 21 टीमों ने अपने व्यक्तिगत वर्चस्व का प्रदर्शन करते हुए एलपीयू कैंपस की विशाल सड़कों पर अपने स्व-निर्मित मानव-इलेक्ट्रिक हाइब्रिड वाहनों की दौड़ लगाई अत्याधुनिक इंजीनियरिंग से लेकर टिकाऊ परिवहन समाधान तक, एफीसाइकिल-2024 प्रतियोगिता ने अन्य सभी स्टूडेंट्स के लिए भविष्य को देख कर तैयार किये विभिन्न वाहनों को पेश किया।
शानदार समापन समारोह के दौरान, असाधारण रूप से कुशल टीमों को उनकी शानदार उपलब्धियों और इनोवेशन की भावना को अपनाने के लिए सम्मानित किया गया।संसद सदस्य (राज्यसभा) और एलपीयू के संस्थापक चांसलर डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने विभिन्न टीमों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। सभी पुरस्कार विजेताओं और अन्य भाग लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए, डॉ. मित्तल ने उनसे वैश्विक समाज की जरूरतों के अनुसार हमेशा नवीनता अपनाये रखने के लिए कहा।
मुख्य तकनीकी अधिकारी श्री सीवी रमन, पूर्व वरिष्ठ एमईओ श्री आईवी राव, और, कार्यकारी निदेशक डॉ. तपन साहू, सभी मारुति सुजुकी से; और, पूर्व निदेशक आईसीएटी श्री दिनेश त्यागी ने भी कुछ अन्य प्रतिष्ठित लोगों के साथ इस कार्यक्रम का संरक्षण किया घोषित किए गए कुछ शानदार पुरस्कारों में उन्नत हाइब्रिड श्रेणी में ‘सर्वश्रेष्ठ वाहन सौंदर्य’ के लिए एलपीयू के स्टूडेंट्स के वाहन ‘इलुमिनाती रेसर्स’-23072; टीम “वायु हॉक्स” की सुप्रिया एस ‘सर्वश्रेष्ठ महिला प्रतिभागी’ के रूप में; द्रोणाचार्य पुरस्कार ‘स्टैलियन-23070’ के लिए प्रोफेसर सागर देवकर; और, वाहन हिंदुस्तान लाहौरियंस को अपने विविध वाहनों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में चार नकद पुरस्कारों से पुरुस्कृत किया गया ।
इस कार्यक्रम ने स्टूडेंट्स को मानव इलेक्ट्रिक हाइब्रिड पावर द्वारा संचालित वाहनों की कल्पना करने, डिजाइन करने और निर्माण करने के लिए प्रेरित किया। इसमें रोजमर्रा की गतिशीलता आवश्यकताओं को पूरा करने वाले दो यात्रियों के बैठने की क्षमता भी होनी चाहिए थी। वाहनों को प्रदर्शन और सुरक्षा के लिए इंजीनियर और एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किया जाना भी आवश्यक था। प्रतियोगिताएं तीन खंडों में आयोजित की गईं-एडवांस हाइब्रिड; एफी-क्यू; और एफी-क्यू एडीएएस।