कपूरथला(गौरव मढ़िया ) विश्व हिंदू परिषद(विहिप)राम मंदिर निर्माण को सांस्कृतिक स्वतंत्रता हासिल करने के तौर पर प्रचारित कर रही है।इसलिए राम मंदिर निर्माण के दिन दीपावली मना कर सांस्कृतिक स्वतंत्रता के प्रारंभ दिवस के रूप में मनाया जाएगा।विहिप का कहना रहा है कि इस देश में रहने वाले हर धर्म-समुदाय के लोग किसी न किसी रूप में हिंदू रहे हैं और उनकी पहचान भगवान राम और इस संस्कृति से रही है,संगठन हर धर्म-समुदाय के लोगों से भी इस मुहिम से जुड़ने की अपील कर रहा है।विश्व हिन्दू परिषद जालंधर विभाग के प्रधान नरेश पंडित व बजरंग दल के शहरी प्रधान चंदन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उद्घाटन अवसर को भव्य सांस्कृतिक-ऐतिहासिक कार्यक्रम के रूप में मनाए जाने की योजना है।
उद्घाटन कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलेगा और इस दौरान अयोध्या के साथ साथ पुरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।इसमें सामान्य लोगों के साथ-साथ विशिष्ट लोगों की भागीदारी सुनिश्चित किए जाने की पूरी तैयारी की जा रही है।इसे यादगार बनाने के लिए सभी लोगों से इस दिन दीपावली मना कर इसमें सहभागिता करने की अपील की जा रही है।चंदन शर्मा ने बताया कि अब दीपावली के दिन इलेक्ट्रॉनिक सजावटी लाइट्स से मंदिरों-घरों को सजाने का चलन बढ़ चला है।लेकिन मंदिर के उद्घाटन के दिन लोगों से ज्यादा से ज्यादा पारंपरिक दिवाली मनाने की अपील की जा रही है।
इसमें दीपक जलाकर घरों को सजाना और गौ उत्पादों से निर्मित वस्तुओं से पूजा-पाठ करना शामिल रहेगा।इस दौरान नरेश पंडित ने कांग्रेस,सपा बसपा जैसे दलों के नेताओं की की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वोट बैंक की सियासत के चलते मंदिर निर्माण के प्रति उक्त दलों के नेताओं ने कभी रूचि नहीं दिखाई। उक्त दलों में राम भक्त भले मिल जाएंगे,लेकिन राम मंदिर निर्माण में इन दलों के नेताओं का योगदान शून्य ही नहीं निगेटिव भी रहा।