महिला कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के खेल राज्य मंत्री एवं पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं खेल मंत्री संदीप सिंह ने नैतिकता के आधार पर अपने इस्तीफे का एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती मैं नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे रहा हूं। मेरे ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। जांच रिपोर्ट आने तक मैंने अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। जांच होने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
महिला कोच ने संदीप पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। प्रेसवार्ता कर महिला कोच ने मामले की जानकारी मीडिया को दी थी। वहीं हरियाणा के विपक्षी दल मंत्री को पद से हटाने की मांग कर रहे थे। शनिवार को मंत्री की शिकायत पर हरियाणा सरकार एसआईटी का गठन कर चुकी है। हरियाणा में मामले की जांच एसआईटी करेगी।
एसआईटी का नेतृत्व एडीजीपी ममता सिंह सिंह कर रही हैं। वहीं चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्जकर मंत्री की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर-26 पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा-354, 354A, 354B, 342, 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ पुलिस महिला कोच की शिकायत पर जांच करेगी।
पुलिस को दी शिकायत में महिला कोच ने छेड़छाड़ की वारदात की तिथि एक जुलाई 2022 बताई है। उसने मंत्री की कोठी के बाहर से लेकर सुखना लेक तक लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कराने की मांग की है। महिला कोच का आरोप है कि नौकरी लगने से पहले ही खेल मंत्री ने उसे पहले दोस्ती करने को कहा और बाद में गर्लफ्रेंड बनने की पेशकश की।
महिला कोच ने अपने आरोपों को दोहराया और कहा कि मंत्री ने मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया। पहले तो मैंने बचने की कोशिश की लेकिन मुझे परेशान करना जारी रखा। मुझे उम्मीद है कि कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा की एक महिला कोच ने 30 दिसंबर को हरियाणा के खेल मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच की जा रही है और हम निष्पक्ष जांच करेंगे।
आरोप लगाया कि खेल मंत्री लगातार उसे स्नैप चैट और इंस्टाग्राम पर मैसेज करते रहे। मंत्री के चैट मैसेज नहीं होने के सवाल पर महिला कोच ने कहा कि उसके पास इसके पुख्ता सबूत हैं और वह पुलिस की जांच में इसको सामने रखेगी। महिला कोच ने मांग की है कि मंत्री और उसके मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराकर डिलीट मैसेज रिकवर किए जाएं,
इससे पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। महिला कोच का कहना है कि वह इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मुलाकात करेगी। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह धरने पर बैठेगी।