पटना – अररिया जिले में मंगलवार को बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी में समा गया। जिस पुल पर आवागमन के लिए वर्षों से लोग प्रतीक्षारत थे वह निर्माण के क्रम में ही ध्वस्त हो गया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि इस पुल का निर्माण पहले बने पुल के एप्रोच कट जाने के बाद कराया गया था। लोगों का आरोप है कि पुल के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल किया गया था इसलिए पुल उद्घाटन से पहले ध्वस्त हो गया। लोगों का कहना है कि हाल में ही पुल के एप्रोच पथ को बहाल करने के विभाग की विभाग की ओर कवायद शुरू की गई थी। लेकिन, उससे पहले यह हादसा हो गया।
182 मीटर लंबे पुल का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था
अररिया के सिकटी प्रखंड में उद्घाटन से पहले ही पुल ध्वस्त हो गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत बने इस पुल की लागत 7.79 करोड़ रुपये थी। 182 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। शुरुआती दौर में यह 7 करोड़ 80 लाख की लागत का था, लेकिन बाद में नदी की धारा बदलने और एप्रोच सड़क को लेकर कुल 12 करोड़ की लागत का हो गया था। यह जून 2023 में बनकर तैयार हुआ। पुल के दोनों और पहुंच पथ नहीं होने के कारण इस पर आवागमन नहीं हो रहा था। ग्रामीणों ने कुल निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया है। ग्रामीणों की मानें तो पिछले दो दिनों से पुल के स्लैब में दरार दिख रही थी। मंगलवार को अचानक से भरभराकर पुल गिर गया। इस पुल का निर्माण केंद्र सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत पड़ोसी जिला किशनगंज के ठेकेदार सिराजुर्रहमान ने कराया है।
जानकारी के अनुसार सिकटी प्रखंड स्थित बकरा नदी पर 12 करोड़ की लागत से पड़रिया पुल का निर्माण किया गया था। मंगलवार को पुल के 3 पिलर नदी में धंस गए और पुल गिर गया। पुल निर्माण करने वाली एजेंसी के लोग मौके पर पहुंच गए हैं और प्रशासन की टीम भी आ गई है।
बिहार में थम नहीं रहा पुलों के गिरने का सिलसिला
बिहार में पुलों का गिरने का सिलसिला नहीं थम रहा है। पिछले साल ही जून में सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बन रहा पुल गिर गया था। उसके बाद इस साल मार्च में सुपौल में कोसी नदी पर बन रहे पुल का स्लैब गिर गया था। इसमें एक मजदूर की मौत हो गई थी। अब अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर बना पुल गिर कर ध्वस्त हो गया।