तेलुगु एक्टर चंद्र मोहन का हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में 11 नवंबर को निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जा रहा है कि वो पिछले कुछ समय से दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे। वहीं उनके निधन की खबर को सुनने के बाद पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर गूंज उठी है।
चंद्र मोहन के परिवार के लोगों का कहना है कि उम्र संबंधी समस्याओं के कारण वो काफी समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में सुबह करीब 9:45 बजे उनका निधन हो गया। उन्होंने बताया कि उनका अंतिम संस्कार 13 नवंबर को हैदराबाद में किया जाएगा। आपको बता दें चंद्र मोहन अपने पीछे पत्नी जलंधरा और दो बेटियां को छोड़ गए हैं।
बता दें, चंद्र मोहन का जन्म 23 मई, 1943 को आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनका असली नाम मल्लमपल्ली चंद्रशेखर राव है। वो अनुभवी निर्देशक और दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता के विश्वनाथ के चचेरे भाई भी थे, जिनका फरवरी 2023 में निधन हो गया था। साउथ सिनेमा में चंद्र मोहन का बड़ा नाम था।
उन्होंने साल 1966 में फिल्म ‘रंगुला रत्नम’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद उन्होंने ‘पदहारेला वायासु’, ‘सिरी सिरी मुव्वा’, ‘सीतामलक्ष्मी’, ‘राधा कल्याणम’, ‘शंकरभरणम’ और ‘चंदामामा रावे’ जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। वहीं उन्हें बेस्ट एक्टर और कैरेक्टर आर्टिस्ट के लिए भी दो फिल्मफेयर पुरस्कार मिले थे। इसके अलावा उन्होंने राज्य सरकार से भी कई पुरस्कार जीते थे।