जालंधर, स्लोवेनिया की यात्रा पर गए भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सांसद डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने आतंकवाद पर भारत के अडिग रुख को दोहराया और शांति और सुरक्षा के लिए उभरते खतरों का मुकाबला करने के लिए वैश्विक सहयोग के महत्व पर जोर दिया यह यात्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत की व्यापक कूटनीतिक पहुंच के हिस्से के रूप में है, जिसका नाम ऑपरेशन सिंदूर है – आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाने और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर वैश्विक एकजुटता सुनिश्चित करने का एक ठोस प्रयास है।
आज लजुब्लजाना में उच्च स्तरीय बैठकों के दौरान डॉ. अशोककुमार मित्तल ने एच.ई स्लोवेनिया की नेशनल असेंबली की विदेश नीति समिति के अध्यक्ष प्रेड्रैग बाकोविच, श्री मिरोस्लाव ग्रेगोरिक, चेयर ऑफ़ इंडिया-स्लोवेनिया संसदीय फ्रेंडशिप ग्रुप, प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए राज्य सचिव और राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर श्री वोज्को वोल्क से मुलाकात की।इन बैठकों में, डॉ. मित्तल ने राष्ट्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए भारत के एकीकृत और मजबूत दृष्टिकोण को व्यक्त किया। स्लोवेनियाई नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और इसे एक ऐसा खतरा बताया जो नैतिक रूप से क्षमा ना करने योग्य और लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ मिल नहीं खाता है।
डॉ. मित्तल ने कहा: “भारत आतंकवाद को खत्म करने और शांति, नवाचार और समावेशी विकास के लिए सार्थक वैश्विक साझेदारी बनाने के अपने दृढ़ संकल्प में एकजुट है साझा चुनौतियों के युग में, स्लोवेनिया जैसे लोकतांत्रिक भागीदारों के साथ सहयोग महत्वपूर्ण है। यह यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और एक सुरक्षित, अधिक न्यायपूर्ण दुनिया के लिए हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।”डॉ. मित्तल की भागीदारी संवाद, रणनीतिक गठबंधन और अटल सिद्धांतों के माध्यम से विश्व स्तर पर नेतृत्व करने के भारत के संकल्प को रेखांकित करती है।