नेपाल की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है। तख्तापलट के बाद अब संसद भंग कर दी गई है और नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने का फैसला लिया गया है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब काठमांडू की सड़कों पर भारी संख्या में लोग सोशल मीडिया प्रतिबंध और राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।
सुशीला कार्की कौन हैं?
सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं। उन्होंने 11 जुलाई 2016 से 6 जून 2017 तक नेपाल के सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं दीं। उनके अनुभव और निष्पक्ष छवि को देखते हुए उन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया गया है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह कदम नेपाल में जारी राजनीतिक उथल-पुथल को संभालने और जनता का विश्वास बहाल करने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, सड़कों पर जारी विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए आने वाले दिनों में स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।